Thursday, October 6, 2011

इतिहास सेट-१

प्रश्न: 
१. भारत पर आक्रमण करने वाला प्रथम (अरबी) मुस्लिम शासक कौन था?
२. किस ऐतिहासिक ग्रन्थ द्वारा भारत पर अरबों के आक्रमण की जानकारी प्राप्त होती है?
३. मुहम्मद बिन कासिम के आक्रमण के समय सिंध का शासक कौन था?
४. भारत पर आक्रमण करने वाला प्रथम तुर्क (मुस्लिम) शासक कौन था?
५. शाहनामा के लेखक कौन थे?
६. 'किताब-उल-हिंद' का लेखक अलबरूनी किस आक्रमणकारी के साथ भारत आया था?
७. महमूद गजनवी के भारत पर आक्रमण करने के कारण क्या थे?
८. महमूद गजनवी की सेनाएँ भारत पर आक्रमण करने हेतु एक सुनियोजित कार्यक्रम के अंतर्गत किस मौसम के आती थीं?
९. किस हिन्दुशाही राजा ने महमूद गजनवी के विरुद्ध हिंदू राजाओं का संघ बनाया?
१०. मुहम्मद गोरी ने प्रथम आक्रमण किस पर किया?
उत्तर:
१. मुहम्मद बिन कासिम (७१२ ई० में)
२. किताब-फुतुल-अल बलदान एवं चचनामा
३. दाहिर
४. सुबुक्तगीन
५. फिरदौसी
६. महमूद गजनवी
७. महमूद गजनवी के आक्रमण का मुख्य उद्देश्य लूटमार करके धन प्राप्त करना था जिससे कि वह मध्य एशिया में होने वाले युद्धों को जारी रख सके.
८. शरद ऋतु  में
९. जयपाल
१०. मुल्तान पर (११७५ ई० में )
टिप्पणी:
* भारत पर आक्रमण करने वाले आरंभिक आक्रमणकारी  अरब एवं तुर्क थे. अरबों एवं तुर्कों के बीच अंतर समझना आवश्यक है. भारत पर आक्रमण करने वाला प्रथम अरबी मुसलमान मुहम्मद बिन कासिम था, जबकि प्रथम अरबी तुर्क मुसलमान सुबुक्तगीन था.
* अरब के शासक मुहम्मद बिन कासिम ने ७१२ ई० में सिंध प्रान्त पर आक्रमण किया. सिंध का शासक दाहिर अपने नकारापन और अदूरदर्शिता के कारण पराजित हुआ.
* इस आक्रमण की जानकारी ९वीं शताब्दी में लिखी 'किताब-फुतुल-अल बलदान' तथा १२१६ ई० में लिखी चचनामा से मिलती है.
* अलप्तगीन नमक एक तुर्क गुलाम ने मध्य एशिया में एक स्वतंत्र राज्य की स्थापना की और गजनी को अपनी राजधानी बनाया.
* अलप्तगीन का दामाद सुबुक्तगीन(९७७-९९७ ई०) प्रथम तुर्की शासक था, जिसने भारत पर आक्रमण किया. उसने हिन्दुशाही वंश के  शासक जयपाल पर आक्रमण  किया, जिसने उत्तरी भारत के कुछ राजाओं का संघ बनाकर उसका सामना किया, किन्तु पराजित हुआ.
* सुबुक्तगीन की मृत्यु के बाद गजनी का शासक महमूद गजनवी हुआ. उसने बगदाद के खलीफा कादिर से 'सुल्तान' पद की मान्यता प्राप्त की. उसे दुनिया का प्रथम सुल्तान माना जाता है.
* महमूद गजनवी ने १००० ई० से १०२६ ई० के बीच हिंदुस्तान पर १७ बार आक्रमण किये जो किसी भी आक्रमणकारी द्वारा किये गए आक्रमण से सर्वाधिक है.
* महमूद गजनवी ने १००१ ई० में हिन्दुशाही राजा जयपाल को पेशावर के निकट पराजित करके उसके राज्य को बुरी तरह लूटा. जयपाल ने ग्लानि का अनुभव करते हुए आत्महत्या कर लिया.
* १०२५ ई० में गजनवी ने गुजरात के प्रसिद्ध सोमनाथ मंदिर पर आक्रमण कर उसे पूरी तरह नष्ट कर दिया और मंदिर की सारी संपत्ति लूट ली. बाद में अन्हिलपाटन के कुमारपाल ने इस मंदिर का पुनर्निमाण करवाया.
* भारत में महमूद के आक्रमण का मुख्य उद्देश्य लूटमार करके धन प्राप्त करना था, जिससे कि वह मध्य एशिया में होने वाले युद्धों को जारी रख सके.
* महमूद ने अपने दरबार में फिरदौसी और अलबरूनी जैसे विद्वानों को संरक्षण दिया.
फिरदौसी ने शाहनामा की रचना की. अलबरूनी महमूद गजनवी के साथ उसके आक्रमण के दौरान भारत आया था. उसके आक्रमण का विवरण उसने अबनी पुस्तक 'किताब-उल-हिंद' में दिया है.
* महमूद गजनवी की सेना एक रणनीति के तहत शरद ऋतु में भारत पर आक्रमण करती थी. वर्षा ऋतु के समाप्त होने पर गजनवी भारत आता  था और अगली वर्षा शुरू होने से पहले वापस चला जाता था.
* महमूद गजनवी ने भारत में क्रमशः मुल्तान, थानेश्वर कश्मीर, मथुरा तथा कन्नौज पर आक्रमण किया.
* १०३० ई० में महमूद गजनवी की मृत्यु हो गयी.
* ११६३ ई० में शंसबनी वंश के गोर सरदार गियासुद्दीन मुहम्मद ने गजनी को जीत लिया और अपने छोटे भाई 'शिहाबुद्दीन ' उर्फ 'मुइजुद्दीन मुहम्मद गोरी' को वहाँ का उपशासक बनाया.
* भारत में तुर्की शासन स्थापित करने का श्रेय मुहम्मद गोरी को ही जाता है. उसने पहला आक्रमण ११७५ ई० में मुल्तान पर किया.



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